जनता से सीधे संवाद रखने वाले डीएम तिवारी जनता में खासे लोकप्रिय
आबकारी अधिकारी की नकल कसी तो लगाया अभद्रता का आरोप
चमोली। पिछले दो दिन से जिला आबकारी अधिकारी चमोली का एक पत्र वारयल हो रहा है जिसमे उन्होंने जिलाधिकारी चमोली पर आरोप अभद्रता करने के आरोप लगाये हैं। जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहे जिलाधिकारी संदीप तिवारी पर लगाई गई है आप लोगों को पच नहीं रहे हैं और लोगों का मानना है कि यह एक ईमानदार और कड़क अवसर के खिलाफ भ्रष्टाचार में लिफ्ट लॉबी का षड्यंत्र है।
पूरा चमोली जनपद जानता है जब से डॉ संदीप तिवारी ने जिलाधिकारी चमोली की कमान संभाली है, तब से जनपद का हर नागरिक बहुत खुश है। डीएम तिवारी की कार्यप्रणाली, उनका व्यवहार, काम के प्रति सर्मपण ये दिखाता है कि वे इस सीमांत जनपद में एक नई कार्य संस्कृति के विकसित करने के साथ ही एक बड़ा संदेश देना चाहते हैं।
जिलाधिकारी तिवारी की कार्यप्रणाली को देखते हुए चमोली के लोगों का मानना है कि लंबे अरसे बाद जनपद को एक ऐसा हकिम मिला है, जो जनता के दुख दर्द को बहुत करीब से महसूस करता है और उसका समाधान निकालने के लिए अपने स्तर से हर संभव प्रयास करता है। आज साधारण सा साधारण व्यक्ति भी जिलाधिकारी तक पहुंचकर अपनी बात रख सकते की स्थिति में है। समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण करके हर व्यक्ति को सहजता से मिलना जिलाधिकारी तिवारी के प्रति आम जन में प्रशासन के प्रति भरोसा भी जगा गया है। ऐसे समय पर जिला आबकारी अधिकारी का यह पत्र लोगों के बीच में चर्चा का विषय बना है।
2 दिन पहले ही जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी त्रिपाठी को कार्यालय से नदारत पाए जाने और ठीक से रिस्पांस ना दे जाने के बाद उनकी सर्विस ब्रेक करने के आदेश पारित किए थे। सूत्रों का कहना है कि इससे पहले भी कई बार जिलाधिकारी ने आबकारी अधिकारी को अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाने के लिए ताकीद किया था। जानकारी मिली है कि जिला आबकारी अधिकारी त्रिपाठी पूर्व में शान द्वारा निलंबित भी किया जा चुके हैं। तब वे उत्तरकाशी के आबकारी अधिकारी थे। बहरहाल अधिकारी के द्वारा जिलाधिकारी पर लगाए गए आरोप लोगों के गले नहीं उतर रहे।